तुम रूठ गए जो मुझसे क्या हाल हमारा होगा।
Tag: Dubte ko sahara de wo mera shyam pyara hai
अर्पण किया है श्याम को जो भी तुझको वापिस बाँट दिया।
कैसे बताऊं श्याम ने, क्या क्या नहीं किया
आ गए हो अगर श्याम इस मोड़ पर,
हमसे मिलने मिलाने का वादा करो
तेरो ही सहारो लियो, बाबा तू यह जान ले।
जाड़े ने जुलम सताई,भरवा दो श्याम रजाई।
सुनो श्याम क्यों तुम लगाते हो काजल,
हमरी नजर बेअसर हो रही है,
महीनो फागण को रंगीलो,
बाबो श्याम बुलावे रे,
महीनो फागण को।।
राधे राधे बोल प्यारे, श्याम चले आएंगे
कदे रहवे ना म्हारे टोटो,एसो है म्हारो यो सेठ मोटो।
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