तर्ज, नखरालों देवारियो
मेरे घर में श्याम रो वास, पहलयां श्याम जागे,
मेरे घर में श्याम रो वास, पहलयां श्याम जागे,
पढ़े जद भी कोई काम आवे श्याम आगे,पड़े जद भी कोई काम आवे श्याम आगे।
मेरे घर में श्याम रो वास, पहलयां श्याम जागे,
पहलयां श्याम जागे।
पढ़े जद भी कोई काम आवे श्याम आगे,
मैं तो सोया पड़ईया पड़ईया श्याम करे रखवाली,
जद भी कोई आई मुसीबत, श्याम मिटावे सारी,
मैं तो भागा पीछे पीछे आगे श्याम भागे,
आगे श्याम भागे….आगे श्याम भागे….
जद भी कोई काम आवे श्याम आगे,
बिन विद्या इब आढ़ा टेढ़ा आई रात सुहानी,
बहुत निभाई दुनियादारी करता इब मनमानी,
मैं तो श्याम शाके और बाबो म्हारे श्याम सागे,
श्याम म्हारे सागे……..
जद भी कोई काम आवे श्याम आगे,
खाटू की गली गली में जय जय श्याम गास्यां।
इर्ष्या पानी खाटु नगर को 56 भोग चढास्यां
म्हारा भाग जागया खाटु वालो सागे सागे।
जद भी कोई काम आवे श्याम आगे,
म्हारे घर में श्याम रो वास, पहलयां श्याम जागे,
पढ़े जद भी कोई काम आवे श्याम श्याम आगे,
म्हारे घर में श्याम रो वास, पहलयां श्याम जागे,
पढ़े जद भी कोई काम आवे श्याम आगे,
मेरे घर में श्याम रो वास, पहलयां श्याम जागे,
मेरे घर में श्याम रो वास, पहलयां श्याम जागे,
पढ़े जद भी कोई काम आवे श्याम आगे,पड़े जद भी कोई काम आवे श्याम आगे।