तूं पूजा पाठ करे जा, दुनिया जाली हल जोड़के।
Category: गुरु भजन लिरिक्स guru bhajan lyrics
मैने ऐसा सतगुरु पाया है,अभिमान करना छोड़ दिया।
गुरु चारणन की उड़ रही धूल,धूल मोहे प्यारी लगे
पुड़िया ज्ञान की पिलादे गुरुदेव दर्द मेरी नस-नस में,
सतगुरु बिना घोर अँधेरा रे संतो,
मैंने छान छान पिया पानी, सतगुरु तेरी अजब कहानी।
अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया।
सतगुरु प्यारे मेरी रंग दो चुनरिया
ये संतो का प्रेम नगर है, यहाँ सँभल कर आना जी
जाटनी मत ना कर तकरार, मने सत्संग में जाना से।
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