क्यों भुल गए ए श्यामा,
मुझे पागल समझ कर भूल गए,
Tag: duniya bhul jati hu
मैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचैया,
संसार के लोगों से आशा ना किया करना,
एक तू जो मिला, सारी दुनिया मिली
खिला जो मेरा दिल सारी बगिया खिली।
बंसी वाला कहां सो रहा है, तेरी दुनियां में क्या हो रहा है।
सलोने श्याम को जब देखूं दुनिया भूल जाती हूँ,