कान्हा छुप छुप करे इशारे, तुलसा आ जाओ पास हमारे।
Tag: Dulhan bani dulhan bani aaj meri Tulsa
ठाकुर जी तेरी सेवा हमसे ना बनी रे
एक दिन मेरो दूल्हा आवेगो मोहन मुरली वालो।
आज तुलसा जी की नगरिया,हरी दूल्हा बने आ रहे हैं।
अंगना में मंदिर,मंदिर में तुलसा।तुलसा के संग में शालिग्राम
दूल्हा शालिग्राम तुलसा बनी रे दुल्हनिया।
हरी हरी बगिया हरो हरो खेत, हरो हरो हि मेरो तुलसी को पेड़।।
तुलसी का बिरवा लगा दो पिया, हरि के दर्शन करा दो पिया।
तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे
लहर लहर लहराए रे मेरे आंगन की तुलसी।
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