मेरा सतगुरु भया रंगरेज ,
चूनर मारी रंग डाली।
Tag: Chunari udhau tere mehandi lagau
गणपत जी ने सोहे,
दोय नारी जी गणपत ने।।
चुनरी उढ़ाऊ तेरे मेहँदी लगाऊ, तेरा लाड लड़ाऊं माँ
राम जी से पूछे जनकपुर के नारी
चुनरिया मेरी ऐसी रंगदो रंगरेज,
जो धोए से होय ना सफेद।