बृजवासी तोहै बुलावे क्यों सांवरिया ना आवे।
सब ग्वाल बाल तोहे टेर रहे। क्यों कान्हा नजरें फेर रहे। तुम क्यों ना दर्श दिखावे।क्यों सांवरिया ना आवे।बृजवासी तोहै बुलावे क्यों सांवरिया ना आवे।
सब तेरी प्रीत लगाई है।मत तड़पा कृष्ण कन्हाई है। यह दिल ज्यादा घबरावे, क्यों सांवरिया ना आवे।बृजवासी तोहै बुलावे क्यों सांवरिया ना आवे।
सब आंसू सूखे आखन के। यह बाट भरेंगे माखन के। तू क्यों ना भोग लगावे।क्यों सांवरिया ना आवे।बृजवासी तोहै बुलावे क्यों सांवरिया ना आवे।
राधा मिलने को तरस रही। भक्तों की अखियां बरस रही।क्यों नाम दातार बतावे।क्यों सांवरिया ना आवे।बृजवासी तोहै बुलावे क्यों सांवरिया ना आवे।