होली आई होली आई होली आई। मस्ती छाई मस्ती छाई मस्ती छाई।
Tag: Bhar de jholi meri jhunjhnu wali
रिमझिम रिमझिम पड़े फुहार,नभ से बरसे अमृत धार
हम दादी के लाडले, हम पर किसका जोर
आओ दादीजी सजावां थाने सारा मिलके।
पलकां बिछाया खड़यां हां मावड़ी,
गूंजे दुनियां में मैया थारो नाम,भवानी तूं महर कर दे
सावन झुमतो आयो रे दादी,हींडो म्हे घलवायों
झुंझनु वाली दादी ये बुलावां थाने आज।
झोली भरने वाला जब, खुद ही झोली में आता है।