तनधन बाबा के सागे आज्यो माँ नारायणी,
Tag: tandhan ki patrani
झुंझनु वाली दादी ये बुलावां थाने आज।
चौदस के दिन इन आंखों से, उड़ गई निंदिया रानी।
तनधन बाबो सेठ,म्हारी नाराणि सेठानी है।
तनधन की पटरानी भजो रे मन नाराणी
तनधन बाबा के सागे आज्यो माँ नारायणी,
झुंझनु वाली दादी ये बुलावां थाने आज।
चौदस के दिन इन आंखों से, उड़ गई निंदिया रानी।
तनधन बाबो सेठ,म्हारी नाराणि सेठानी है।
तनधन की पटरानी भजो रे मन नाराणी