तर्ज,जानेवाले एक संदेशा
झोली भरने वाला जब, खुद ही झोली में आता है। यह समझो कि श्याम से उसका, जनम जनम का नाता है।
बेटा पोता धन और माया, जो मांगो मिल जाएगा। सच्चा प्रेम जहां देखेगा, श्याम संग हो जाएगा।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 उसकी किस्मत का क्या कहना, श्याम जीसे मिल जाता है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹यह समझो कि श्याम से उसका, जनम जनम का नाता है।
शायद कोई श्याम दीवानी, आई ब्रिज की बाला है। या कोई गोकुल का ग्वाला, सखा से मिलने वाला है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 यहीं कहीं नंद बाबा होंगे, यही यशोदा माता है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹यह समझो कि श्याम से उसका, जनम जनम का नाता है।
दिल का मंथन करो प्रेम का, माखन इसे खिलाना तुम। कभी छोड़ ना जाए कान्हा, इतना लाड़ लड़ाना तुम।🌹🌹🌹🌹🌹 प्रेम सरोवर के तट पर यह, मुरली मधुर बजाता है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹यह समझो कि श्याम से उसका, जनम जनम का नाता है।
जिस घर में जाते हो कान्हा, एक बात का ध्यान रहे। बिन्नू तुमसे करें प्रार्थना, तेरे नाम की शान रहे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 श्याम मंडल भी यही कहे की, यहां शाम श्याम मुस्काता है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹यह समझो कि श्याम से उसका, जनम जनम का नाता है।
झोली भरने वाला जब, खुद ही झोली में आता है। यह समझो कि श्याम से उसका, जनम जनम का नाता है।