बैठी हो मां सामने कर सोलह श्रृंगार
Tag: Aagre ko ghaghro me layi
दादी थारो रूप मन भायो,जियो हर्सायो
ल्याया थारी चुंदड़ी करलयो मां स्वीकार
प्यारो सज्यो है सिंगार की दादी होले होले मुल्के
भोली ढाली प्यारी दादी मां टाबरिया थाने याद करे
बैठी हो मां सामने कर सोलह श्रृंगार
दादी थारो रूप मन भायो,जियो हर्सायो
ल्याया थारी चुंदड़ी करलयो मां स्वीकार
प्यारो सज्यो है सिंगार की दादी होले होले मुल्के
भोली ढाली प्यारी दादी मां टाबरिया थाने याद करे