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श्याम भजन लिरिक्स

Shyam ko ghoraliyo, श्याम को घोरलियो,shyam bhajan

श्याम को घोरलियो सिंगार

तर्ज,सुहाग मांगन चाली अपने

श्याम को घोरलियो सिंगार, ऐंके हीरो चमके भाल, ऐंका घुंघर वाला बाल,श्याम मने प्यारो लागे जी।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 कटी पर लटके लट नागिन सी,बड़ों मनभावन लागे जी।

श्याम का तीखा तीखा नैन,ले गया म्हारो मन को चैन,नैना नैन मिलाकर सैन, यो कामनगारो लागे जी।🦚🦚🦚🦚🦚🦚कटी पर लटके लट नागिन सी,बड़ों मनभावन लागे जी।

श्याम की तीखी सी मुस्कान, वेणु करे अधर रसपान,छेड़े रसभरी मीठी तान,रसिक रसवालों लागे जी।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚कटी पर लटके लट नागिन सी,बड़ों मनभावन लागे जी।

बागो पहरयों घेर घूमर, ज्यां में अस्सी कली को घेर,अंतर छिड़के चारूं मेर,सेठ धनवारों लागे जी।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚कटी पर लटके लट नागिन सी,बड़ों मनभावन लागे जी।

प्रेमी जो भी आवे हार,देरी करे ना लखदातार, थामे खुद हाथां पतवार,बड़ो दिलवालो लागे जी।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚कटी पर लटके लट नागिन सी,बड़ों मनभावन लागे जी।

श्याम को घोरलियो सिंगार, ऐंके हीरो चमके भाल, ऐंका घुंघर वाला बाल,श्याम मने प्यारो लागे जी।

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