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श्याम भजन लिरिक्स

Mujhko baba ka sahara mil gaya, मुझको बाबा का सहारा मिल गया,shyam bhajan

मुझको बाबा का सहारा मिल गया।

तर्ज, हम वफा करके भी तंहा रह गए

मुझको बाबा का सहारा मिल गया।२। मेरी कश्ती को किनारा मिल गया।

ढूंढती थी मेरी नजरें जो नजर,२। मुझको बाबा का नजारा मिल गया।मेरी कश्ती को किनारा मिल गया।

मुझको बाबा का सहारा मिल गया।२। मेरी कश्ती को किनारा मिल गया।

मैं किसी के द्वार जाऊं किस लिए।२। मुझको बाबा का द्वारा मिल गया।मेरी कश्ती को किनारा मिल गया।

मुझको बाबा का सहारा मिल गया।२। मेरी कश्ती को किनारा मिल गया।

जिंदगी से लाख शिकवे थे मुझे।२।मेरे शिकवे को सहारा मिल गया।मेरी कश्ती को किनारा मिल गया।

मुझको बाबा का सहारा मिल गया।२। मेरी कश्ती को किनारा मिल गया।

क्यों करूं चिंता भले संसार की। २। मुझको रहमत का इशारा मिल गया। मेरी कश्ती को किनारा मिल गया।

मुझको बाबा का सहारा मिल गया।२। मेरी कश्ती को किनारा मिल गया।

प्रेम उसका धन्य मुझको कर गया।२।क्या कहूं में श्याम प्यारा मिल गया।मेरी कश्ती को किनारा मिल गया।

मुझको बाबा का सहारा मिल गया।२। मेरी कश्ती को किनारा मिल गया।

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