तर्ज,में तेरा लाड़ला
ऊंगली पकड़के ले आया मुझे,खाटू नगरी घुमाया मुझे। श्याम ओ मेरे श्याम मैं तेरा लाडला।
देखी ऐसी जन्नत, ना देखी और कहीं। तेरी खाटू नगरी, दुनिया से है हंसी। 🦚🦚🦚🦚रखना मुझे चरणों तले, पूजा करूं मैं तेरी। तेरे बिना तू ही बता क्या जिंदगी है मेरी।🦚🦚🦚 मैं तो तेरी पांवों की गोद में पला।श्याम ओ मेरे श्याम मैं तेरा लाडला।
हार के जब राह में,थक गया था श्याम।आके उसी पलको तुमने,पकड़ा मेरा हाथ।🦚🦚🦚ऐसी दया किस भाव पे बाबा,जो तूने दिया।ऐसी खुशी दे दी,मुझे अपना बना लिया।🦚🦚 तूं नही तो दुनियां में,कुछ नही मेरा।श्याम ओ मेरे श्याम मैं तेरा लाडला।
कैसे करूं शुक्रिया,ये तो बता।किस जनम का बाबा,उपकार ये किया।🦚🦚🦚🦚🦚🦚 दुनियां मेरी बदलने लगी,जो साथ तूं मेरे।साथ कोई तुम सा नही,भक्त ये कहे।🦚🦚🦚🦚प्रेम ये तुम्हारा, हो कभी न कम।श्याम ओ मेरे श्याम मैं तेरा लाडला।