जब से मेरी हनुमान से,
पहचान हो गई,
Tag: Chutki bajaye hanuman
हनुमत डटे रहो आसन पर,
जब तक कथा राम की होय,
कंचन कांच का बणिया रे हनुमान,
चांदी की म्हारी दुर्गा माता।
आइये रे अंजनी के जाए,
अरे क्युकर लागया फेरा रे।।
जाओ मेरे हनुमान बूटी ले आओ।
कुन बाली रे लंका कुन बाली।
ये दानेदार माला मेरे किस काम की।
मेरे बालाजी महाराज,महाराज,तेरा डंका जग में बाज रहया
छोटा सा हनुमान, चलावे गाड़ी सत्संग की,
चुटकी बजाए हनुमान देखो, चुटकी बजाए हनुमान
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