चांदी की कटोरी में धुलवाई,मंडवाले दादी में मेहंदी ल्यायी
Tag: Chaudas ke din en aakho se
झूलो घाल्यों रे कदम की डार,दादी म्हारी झूल रही।
नाचो गाओ खुशी मनाओ,झुमो रे सब आज,की दादी आई है।
दादीजी का लाड़ मिलकर सारा करांगा
हरियाली तिजां में थारो, रलमिल करस्यां आज सिंधारो
सावन झुमतो आयो रे दादी,हींडो म्हे घलवायों
झुंझनु वाली दादी ये बुलावां थाने आज।
चौदस के दिन इन आंखों से, उड़ गई निंदिया रानी।