यु सँवारे मेरी डगर न रोको देर हो जायेगी,
Tag: Bhakto ke ghar bhi sawre aate raha karo
जमुना किनारे मेरो गाँव,
साँवरे आ जइयो, आ जइयो,
बीता जाए सांवरे हर महीना हर साल,
यमुना किनारे मेरा गाँव, साँवरे आ जाना।
मैं कैसे ब्याहूँ राधा, कन्हैया तेरो कारो,
कारोबार मेरो सावरो चलावे
जब भक्त नहीं होंगे भगवान कहाँ होंगे,
सांवरे से दिल लगा कर देखले
बदल गई दुनिया मेरी, बदला मेरा तराना
श्याम तेरी पतली सी धोती,गले में हीरे और मोती।
You must be logged in to post a comment.