कन्या बनकर मैया देखो, आई मेरे अंगना।
Tag: Aagre ko ghaghro me layi
आसरा इस जहाँ का मिले न मिले,
मुझ को तेरा सहारा सदा चाहिए।
एक बार चली आओ,
मेरे द्वार चली आओ
मंदिर में उड़े रे ग़ुलाल,
गुलाबी रंग प्यारा लगे
अमूवा की डाली लाई,बगिया से तोड़के
मैया मेरी पर्वत पार है।दर्शन को दिल बेकरार है।
मैया आओ तो सही जरा बैठो तो सही,मर जाएगी आत्मा रो रो के।
दे सकती हो तो दे दो,आकर मुझे सहारा
तेरी छम छम पायल बाजे रे, ओ काली कल्याणी
मैयाजी तेरे दरबार में,मेरा नाचन ने जी करग्या।
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