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durga bhajan lyrics दुर्गा भजन लिरिक्स

Maiya meri parvat paar hai, मैया मेरी पर्वत पार है,durga bhajan

मैया मेरी पर्वत पार है।दर्शन को दिल बेकरार है।

तर्ज, साजन मेरा उस पार है

मैया मेरी पर्वत पार है।दर्शन को दिल बेकरार है।२।

मैया मेरी भोली भाली है। सारे जहां की वह रखवाली है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 चरणों में उसके सब संसार है।दर्शन को दिल बेकरार है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मैया मेरी पर्वत पार है।दर्शन को दिल बेकरार है।

पर्वत पे अजब बहार है,यात्री करते जय जयकार है।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺भंवरे भी करते गुंजार है।दर्शन को दिल बेकरार है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मैया मेरी पर्वत पार है।दर्शन को दिल बेकरार है।

पूरी करती सब की फरियाद मां।बांझों को देती है औलाद मां।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺मुश्किल से मिलता मां का प्यार है।दर्शन को दिल बेकरार है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मैया मेरी पर्वत पार है।दर्शन को दिल बेकरार है।

गुफा की शोभा कितनी प्यारी है।दर्शन को आए नर नारी है।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺भीड़ भी कितनी बेशुमार है।दर्शन को दिल बेकरार है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मैया मेरी पर्वत पार है।दर्शन को दिल बेकरार है।

मैया मेरी पर्वत पार है।दर्शन को दिल बेकरार है।

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