आसरा इस जहाँ का मिले न मिले,
मुझ को तेरा सहारा सदा चाहिए।
चाँद तारे फलक पर दिखे ना दिखे,
मुझ को तेरा नज़ारा सदा चाहिए॥
धन दौलत जहाँ की मिले ना मिले,मेरी मैया तेरे चरणों की रज चाहिए।
यहाँ खुशिया हैं कम, और जयादा है गम,
जहाँ देखो वहीँ देखो, हरम ही हरम।
मेरी महफ़िल में शम्मा जले ना जले,
मेरे दिल में उजाला तेरा चाहिए॥आसरा इस जहाँ का मिले न मिले,
मुझ को तेरा सहारा सदा चाहिए।
कभी वैराग है, कभी अनुराग है,
जहाँ बदले माली वाही बाग़ है।
मेरी चाहत की दुनिया बसे ना बसे,
मेरे दिल में बसेरा तेरा चाहिए॥आसरा इस जहाँ का मिले न मिले,
मुझ को तेरा सहारा सदा चाहिए।
मेरी धीमी है चाल, और पथ है विशाल,
हर कदम पर मुसीबत पे, अब तू संभाल।
पैर मेरे थकें हैं, चले ना चले,
मेरे दिल में इशारा तेरा चाहिए॥आसरा इस जहाँ का मिले न मिले,
मुझ को तेरा सहारा सदा चाहिए।
मैं हूँ संसार के हाथों में विवश,
और संसार यह तेरे हाथों में है।
पर हित है तू जल थल, नभ में है तू,
मुझे अद्भुत तेरी शरण चाहिए।आसरा इस जहाँ का मिले न मिले,
मुझ को तेरा सहारा सदा चाहिए।
कभी बैराग है, कभी अनुराग है,
जिन्दगी बिन धुंए की अजब आग है।
मान सम्मान जग में मिले ना मिले,
बस कृपा होनी बाबा तेरी चाहिए॥आसरा इस जहाँ का मिले न मिले,
मुझ को तेरा सहारा सदा चाहिए।