दे सकती हो तो दे दो,आकर मुझे सहारा।बिगड़ेगा क्या तुम्हारा।
देती हूं में दुहाई, आ जाओ जग की माई।दिल दुःख से हुवा छलनी,भर गए नैनों की प्याली।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺खुद आके मैया देखो,चरणों का दास थारा।बिगड़ेगा क्या तुम्हारा।
दे सकती हो तो दे दो,आकर मुझे सहारा।बिगड़ेगा क्या तुम्हारा।
तेरे शिवा मैं दिल की,किसको सुनाऊं गाथा। चारों तरफ अंधेरा, कुछ भी नजर ना आता।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 मां अब तो शरण में ले लो, छोड़ो ना बेसहारा।बिगड़ेगा क्या तुम्हारा।
दे सकती हो तो दे दो,आकर मुझे सहारा।बिगड़ेगा क्या तुम्हारा।
पहाड़ों पर रहने वाली, एक बार नीचे आजा। गुफा में गिर चुकी हूं, आकर धीरज बंधाजा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺डूबी है मेरी कश्ती,आकर करो किनारा।बिगड़ेगा क्या तुम्हारा।
दे सकती हो तो दे दो,आकर मुझे सहारा।बिगड़ेगा क्या तुम्हारा।