सुध लेना घनश्याम मो पर विपद बड़ी भारी। एक तो तन फटे हुए कपड़े, दूजे धाएं नंगे पैर,विपद बड़ी भारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺सुध लेना घनश्याम मो पर विपद बड़ी भारी। एक तो डगर ऊंची नीची धायी,दूजे मोसे चलत नहीं जाई,विपद बड़ी भारी।।🌺🌺🌺🌺🌺सुध लेना घनश्याम मो पर विपद बड़ी भारी। एक तो रात अंधियारी छाई,दूजे चली ठंडी पुरवाई,विपद बड़ी […]
Category: सुदामा भजन लिरिक्स
मुरली वाले से, तेरा यार सुदामा आया है।
हुवे सुदामा त्यार द्वारका जाने को
बड़े दिन हुवे बिछड़े सखा से,ऐ द्वारपालो मिलने दो।
मेरे बालपने के यार,सुदामा कैसे आए।
चले श्याम सुंदर से मिलने सुदामा
बता मेरे यार सुदामा रे, भई घणा दीना में आया
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो
बार बार जब कहे ब्राह्मणी हुवे सुदामा त्यार
कृष्ण सुदामा एक दूजे के बांधी घाल रहया।
You must be logged in to post a comment.