तर्ज, कुन जाने या माया श्याम की
कृष्ण सुदामा एक दूजे के बांधी घाल रहया।त्रिलोकी के नाथ श्याम के आंसू चाल रहया।
एक गुरु से शिक्षा पाई, एक साथ खेलया खाया। बचपन का दिन याद करें जद दोनों का दिल भर आया ।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹भामा रुक्मण खड़ी पास २ कुछ ना ख्याल रहया। त्रिलोकी के…
मेरे लिए के लेकर आयो, छुपा रहयो क्यों पोट तेरी। क्यों शर्मावे यार तूं दे दे, ल्यायो है जो भेंट मेरी ।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹खोल पोटली सुखा चावल, २ मुंह में घाल रहया ।त्रिलोकी के….
हाल-चाल जब पूछन लागयो, मित्र सुदामा सकुचायो ।बड़ी दिन है घर की हालत, धीरे धीरे बतलायो।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹यार मेरो त्रिलोक को राजा, २ मैं कंगाल रहयो ।त्रिलोकी के…
खूब करी मनुहार मित्र की, भामा रुक्मणी साथ हरि।विदा ले जद चाल्यो सुदामा तब दोनों की आंख भरी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 आतो जातो रहयो भायला,२ यूं नंदलाल कहयो। त्रिलोकी के…
मेरी तो कुछ बात बनी ना, सोचत सोचत घर आयो। टूटे घर की जगह महल ने, देख सुदामा चकरायो।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 हे ईश्वर यो कुनसे जन्म को,२ बेर निकाल रहयो। त्रिलोकी के…
भीतर से निकलया टाबरिया,सबके मन खुशियां भारी।सजी धजी घरवाली निकली,बोली श्याम सुनयो थारी।🌹🌹🌹श्याम के दर जो गयो रे भाया,२मालामाल भया।त्रिलोकी के….
कृष्ण सुदामा एक दूजे के बांधी घाल रहया।त्रिलोकी के नाथ श्याम के आंसू चाल रहया।