मेरे सतगुरु प्यारे दा ,दरबार बड़ा सोहणा है।
Category: गुरु भजन लिरिक्स guru bhajan lyrics
चुंदड़ी मखमल की,मखमल की, उसके चारों पल्ले लाल।
मैने तेरे भरोसे गुरुदेव सागर में नैया डार दई।
गुरु जी तैने कैसो खेल रचायो
तेरी माया को पार ना पायो।
गुरु चरणों में लागा मेरा ध्यान बांसुरी की धुन सुनके।
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में,
तेरा सतगुरु भरम मिटाए रे सखी,भरम भूल में सोवे से।
सारे तीर्थ धाम आपके चरणो में ।
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ।
मेरे सदगुरु दीन दयाल काग को हंस बनाते हैं।
जिसको नही है बोध,
तो गुरु ज्ञान क्या करे।
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