तर्ज,एक तेरा साथ
तनधन बाबो सेठ!!!!!!तनधन बाबो सेठ,म्हारी नाराणि सेठानी है।या तो झुंझुनू की महारानी है।तनधन बाबो सेठ।
मांग के तूं देख, सर ने झुका के देख, दादी के द्वार पे। पल में बदल देसी, मां तकदीरा री रेख, आए जो द्वार पे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 बांट रही पर्चा,२। झूठी नाही ये कहानी है।🌹या तो झुंझुनू की महारानी है।तनधन बाबो सेठ।
तनधन बाबो सेठ!!!!!!तनधन बाबो सेठ,म्हारी नाराणि सेठानी है।या तो झुंझुनू की महारानी है।तनधन बाबो सेठ।
दुःख में सुमिरन कर, या सुख में सुमिरन कर, आवेगी मावडी। भगतां के सागे जो, रिश्तो बनायो है, निभावेगी मावडी।🌹🌹🌹🌹🌹 ई खातिर ही तो,२। इंकी दुनियां दीवानी है।🌹या तो झुंझुनू की महारानी है।तनधन बाबो सेठ।
तनधन बाबो सेठ!!!!!!तनधन बाबो सेठ,म्हारी नाराणि सेठानी है।या तो झुंझुनू की महारानी है।तनधन बाबो सेठ।
या कुलदेवी म्हारी, सारे जग से है न्यारी, भगता ने प्यारी है। ममता लुटावे है, या साथ निभावे है, या पालन हारी है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 श्याम जो गावे,२। या तो इंकी मेहरबानी है।या तो झुंझुनू की महारानी है।तनधन बाबो सेठ।
तनधन बाबो सेठ!!!!!!तनधन बाबो सेठ,म्हारी नाराणि सेठानी है।या तो झुंझुनू की महारानी है।तनधन बाबो सेठ।