भोले को कैसे मैं मनाऊं रे, मेरा भोला ना माने।
Tag: shiv chalisa
मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो
सज रहे भोले बाबा अंधेरे कमरे में
शिव जी बने हैं दूल्हा,गोरा जी दुल्हनिया
आज भोले नाथ की शादी है
नही बजता ये डमरू,भांग बिना नहीं बजता।
भोला जाए बसे काशी में, गिरिजा महारानी के संग
गोरा रानी ने जपी कैसी माला,मिला है डमरू वाला।
सिर गंगा की धार,गले सर्पों के हार महादेवा
बोलिए जी अंखियां खोलिए।
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