नही बजता ये डमरू,भांग बिना नहीं बजता।२।गोरा नही बजता ये डमरू,भांग बिना नहीं बजता।
भांग बिना ना बाजे गोरा,सुर और साज निगोडी।२।देख तमाशा भांगिया का तूं, भंग पिला दे थोड़ी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹नही बजता ये डमरू,भांग बिना नहीं बजता।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹गोरा नही बजता ये डमरू,भांग बिना नहीं बजता।
भाड़ में जाए तेरा डमरू,आग लगे भांगिया को।मेरे जैसी इस दूँनिया में देखि कोई दुखीया को।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 तूं तो नशे में रहता है और,भांग ना पिए थोड़ी।तुझ से ब्याह करवाके मैंने,अपनी किस्मत फोड़ी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹अरे नही बजता ये डमरू,भांग बिना नहीं बजता।
एक दो दिन की बात नहीं ये,काम है रोज का तेरा।मेरी कलाई दुखन लागी,हाल हुवा क्या मेरा।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹तेरी मेरी नही निभेगी,में तो पीहर दौड़ी। 🌹तूं है भोला में भी भोली,नही जमेगी जोडी।अर नही बजता ये डमरू,भांग बिना नहीं बजता।
खैर खबर भक्तों की लेना,गोरा बहुत जरूरी। भांग बिना नहीं ध्यान है लागे,समझो ये मजबूरी।🌹🌹🌹🌹🌹थोड़े प्यार से पिसके गोरा, भांग पिला दे थोड़ी।छोड़ दे गुस्सा बात समझ ले,खूब जमेगी जोडी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹अरे नही बजता ये डमरू,भांग बिना नहीं बजता।
नही बजता ये डमरू,भांग बिना नहीं बजता।२।गोरा नही बजता ये डमरू,भांग बिना नहीं बजता।