तर्ज, बटाऊ आयो लेवन ने
गोरा रानी ने जपी कैसी माला,मिला है डमरू वाला।
गोरा रानी ने जपी कैसी माला,मिला है जोगी मतवाला।
बोले शंकर गोरा जी से, काहे को बुलाया।बोली गोरा तुझको ब्याहूं,इसीलिए है ध्याया२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹दानी तुझ जैसा नहीं कोई निराला।मिला है डमरू वाला।
गोरा रानी ने जपी कैसी माला,मिला है डमरू वाला।
बोले शंभू में हूं गोरा,एक जोगी अघोड़ी। तूं है रानी में हुं फक्कड़,कैसे जमेगी जोड़ी।२।गोरी हो जाएगा बदन तेरा काला,मिला है डमरू वाला।
गोरा रानी ने जपी कैसी माला,मिला है डमरू वाला।
बोले गौरा हे शिव शंभू,मैंने ठान लिया है।अब तो तुम ही मेरे वर हो,मैने मान लिया है।२।डाली गोरा ने शिव को वरमाला,मिला है डमरू वाला।
गोरा रानी ने जपी कैसी माला,मिला है डमरू वाला।
गोरा शिव में शिव गोरा में,बंध गए प्रेम के तार। जनम जनम रहूं तेरी दासी, हे मेरे त्रिपुरार।२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹फिर दोनों ने जग को सम्हाला,मिला है डमरू वाला।
गोरा रानी ने जपी कैसी माला,मिला है डमरू वाला।