तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे,
तू लगे दूल्हा सा, दिलदार सांवरे ।
मस्तक पर मलियागिरी चन्दन,
केसर तिलक लगाया ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺
मोर मुकुट कानो में कुण्डल,
इत्र खूब बरसाया ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺
महकता रहे यह दरबार सांवरे,
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे ॥
बागो से कलियाँ चुन चुन कर,
सुन्दर हार बनाया ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
रहे सलामत हाथ सदा वो,
जिसने तुझे सजाया ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺
सजाता रहे वो, हर बार सांवरे
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे ॥
बोल सांवरे बोल तुम्हे मैं,
कौन सा भजन सुनाऊँ ।🌺🌺🌺🌺🌺
ऐसा कोई राग बतादे,
तू नाचे मैं गाऊं ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
नचाता रहूँ मैं, हर बार सांवरे।तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे ॥
जिसने तुम्हे सजाया मोहन,सुंदर खूब सजाया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 🌺हम भक्तों की नजर लगे ना,काला टीका लगाया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺तेरे लून राई दूं में वार सांवरे।तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे ॥
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे,
तू लगे दूल्हा सा, दिलदार सांवरे ।