होली खेल रहे नंदलाल,मथुरा की कुंज गलिन में।
Tag: Tere naam se kanhaiya chalta mera
कौन सखी मार दियो री टोना, मेरो मचल्यों श्याम सलोना
मैं तो पतली पड़ गई सांवरिया, कर कर थाने याद
कौन चरावे मेरी गैया श्याम बिन,कौन चरावे मेरी गैया।
तेरे नाम से कन्हैया, चलता मेरा गुजारा।मेरा गुजारा।