शबरी देख रही है बाट,रामजी मेरे आयेंगे
Tag: Ghar ghar me Tulsa saji khadi shaligram dhundh rahe
घर घर में तुलसा सजी खड़ी, घनश्याम ढूंढ रहे गली गली।
मौको कहाँ ढूंढे है रे बन्दे मैं तो तेरे पास में
शबरी देख रही है बाट,रामजी मेरे आयेंगे
घर घर में तुलसा सजी खड़ी, घनश्याम ढूंढ रहे गली गली।
मौको कहाँ ढूंढे है रे बन्दे मैं तो तेरे पास में