किसी रोज़ तुमसे मुलाकात होगी
तभी तुमसे बाबा दिल की बात होगी।
Tag: Dil daw pe lagayo nadan ke karyo tu
हे राजन तुम दिल के कठोर निकले,
सिया चोरी चोरी लाये बड़े चोर निकले।
जब याद तुम्हारी आती है
मेरे दिल को बहुत सताती है
मैं कैसे उतरू पार नदिया अघम बहे।
कानुड़ा ने देख्या म्हारो दिल खुश हैं छे
नहीं चाहिए दिल दुखाना किसी का….
हाल मेरे दिल का तमाम लिख दे
चिट्ठी जरा कान्हा जी के नाम लिख दे।
ओ बांके बिहारी मैं दिल गई हारी,
कर गए दिल पे टोना,
बांके बिहारी के नैना।
दिल दांव पै लगायो,
नादान के करयो तूं,