इबके भादो बुलाले मावड़ी,,
चरणां में अपने बिठाले मावड़ी,,
Tag: bhai re mat dijo mawadli ne dosh
किसी का मत करियो अपमान,
वक्त की हवा निराली है,
मात पिता की सेवा जैसा,
बन्दे और जगत में,
कोई काम नहीं है,
मने ईबके तो बचाले मेरी माय बताउडो आयो लेवण ने
मेरे माटी के मटके तूं राम राम बोल।
क्या ले के आया वंदे क्या ले के जाएगा
भाई रे मत दिज्यों मावड़ली ने दोष कर्मा री रेखा न्यारी न्यारी रे