दूल्हा शालिग्राम तुलसा बनी रे दुल्हनिया।
Category: tulsi ji bhajan
ले लो तुलसी का नाम सवेरे उठ के।
हरी हरी बगिया हरो हरो खेत, हरो हरो हि मेरो तुलसी को पेड़।।
तुलसी का बिरवा लगा दो पिया, हरि के दर्शन करा दो पिया।
तुलसा तेरी ओट हमने राम नहीं देखे
लहर लहर लहराए रे मेरे आंगन की तुलसी।
एक तुलसी की माला,जपेगा कोई दिलवाला।
हरी हरी तुलसा काले शालिग्राम। इनकी जोड़ी राधे श्याम।
तुलसा मगन भई राम गुण गाए के।
अंगना में तुलसी बाहर तुलसी, तुलसी बड़ी महान रे।
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