मंदिर में मैया भक्तों से झगड़ी।
तू क्यों नहीं लाया रे मेरी लाल चुनरी।
मैया ज़रा धीरे धीरे बोल, मैया हौले हौले बोल।
शिव जी सुन लेंगे, गौरा से कह देंगे।
वो भी मांगेंगी जयपुर की चुनरी।🌺🌺🌺🌺
तू क्यों नहीं लाया रे,मेरी लाल चुनरी। मंदिर में मैया भक्तों से झगड़ी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
तू क्यों नहीं लाया रे मेरी लाल चुनरी।
मैया जरा धीरे धीरे बोल, जरा हौले हौले बोल।
विष्णु जी सुन लेंगे, लक्ष्मी से कह देंगे।
वो भी मांगेंगी जयपुर की चुनरी।
तू क्यों नहीं लाया रे,मेरी लाल चुनरी। मंदिर में मैया भक्तों से झगड़ी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
त
मैया ज़रा धीरे धीरे बोल, जरा हौले हौले बोल।
ब्रह्मा जी सुन लेंगे, ब्रह्माणी से कह देंगे।
फिर वो भी मांगेंगी जयपुर की चुनरी।
तू क्यों नहीं लाया रे,मेरी लाल चुनरी। मंदिर में मैया भक्तों से झगड़ी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
तू क्यों नहीं लाया रे मेरी लाल चुनरी।
मैया ज़रा धीरे धीरे बोल, तू हौले हौले बोल।
राम जी सुन लेंगे, सीता से कह देंगे।
वो भी मांगेंगी जयपुर की चुनरी।
तू क्यों नहीं लाया रे,मेरी लाल चुनरी। मंदिर में मैया भक्तों से झगड़ी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
तू क्यों नहीं लाया रे मेरी लाल चुनरी।
मैया ज़रा धीरे धीरे बोल, जरा हौले हौले बोल।
कृष्णा जी सुन लेंगे, राधा से कह देंगे।
फिर वो भी मांगेंगी जयपुर की चुनरी।
तू क्यों नहीं लाया रे,मेरी लाल चुनरी। मंदिर में मैया भक्तों से झगड़ी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺
तू क्यों नहीं लाया रे मेरी लाल चुनरी।