तर्ज,चलत मुसाफिर मोह लिया
काली का रूप तूने ले लियो रे, शंकर की दुल्हनिया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
भोले के माथे पे चंदा बिराजे, चंदा बिराजे गंगा जटाओं में साजे।भोले जी को चरणों में ले लियो रे शंकर की दुल्हनिया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
काली का रूप तूने ले लियो रे, शंकर की दुल्हनिया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
भोले के गले में सर्पों की माला, सर्पों की माला कान बिच्छू की माला।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
मुंडो की माला तूने पहन लियो रे शंकर की दुल्हनिया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺काली का रूप तूने ले लियो रे, शंकर की दुल्हनिया।
भोले के तन पे भस्म बिराजे, भस्म बिराजे अंग बाघाम्बर साजे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
काला काला चोला तूने पहन लियो रे, शंकर की दुल्हनिया।काली का रूप तूने ले लियो रे, शंकर की दुल्हनिया।
भोले जी खायें भांग का गोला, भांग का गोला पियें बिष का प्याला।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
दानव का खून तूने पी लियो रे, शंकर की दुल्हनिया।काली का रूप तूने ले लियो रे, शंकर की दुल्हनिया।