सावरा मारे घरा भी आजे रे,
राधा रुकमण लेन सावरा,
बेगो आजे रे,
Tag: Bhakto ke ghar bhi sawre aate raha karo
सेठा में सांवरो सेठ,
बाकी सब डुप्लीकेट,
अवध में भक्तो का मन बोले,
हनुमत की भक्ति को टटोले
मैं बेकदर था कदर हो गई है,
मेरे सावरे की मेहर हो गई है।
म्हारी हुंडी स्वीकारो महाराज रे,
सांवरा गिरधारी,
कभी अपने भक्त के घर घर भी,
सांवरिया दरश दिखा जाना,
अगला जन्म भी सांवरे लिख ले अपने नाम
जब जब खाटू वाले के भगतो पे विपदा आई,
किरपा करो संकट हरो,
ओ सांवरे मेरी झोली भरो,
शुकराना साँवरे तेरा कैसे अदा करूँ,
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