मेरी भक्ति में भंग मत डाले मेरी मां,व्याह करवा दे कान्हा से।
Tag: Aaja aaja re kanhayi
एक अकेला कान्हा, और गोपी कई हजार।
आयो रे आयो देखो आज म्हारो गिरधर गोपाल
मनमोहन मेरा है, नट नागर मेरा है
मेरी भक्ति में भंग मत डाले मेरी मां,व्याह करवा दे कान्हा से।
एक अकेला कान्हा, और गोपी कई हजार।
आयो रे आयो देखो आज म्हारो गिरधर गोपाल
मनमोहन मेरा है, नट नागर मेरा है