तर्ज,तेरी प्यारी प्यारी सूरत को
के गर्व करे इस काया को,या चले न तेरे साथ, भजले श्री श्याम।
अंतर सेंट फुलेल लगा, माटी खूब सजाई रे। नेकी बदी जरा नहीं सोची,व्यर्थ में उम्र गवाई रे। अब भी समय है सोच ले प्यारा, के लेजासी तेरे साथ।भजले श्री श्याम।
मनकी अखियां खोल जरा, सांवरियो मिल जासी रे।जन्म जन्म का भव बंधन तेरा, पल भर में कट जासी रे।☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️ सोचे मत दुनिया के केहसी, जब श्याम प्रभु तेरे साथ।भजले श्री श्याम।
श्याम नाम में शर्म लगे, कैसा कलयुग आया रे। बहती गंगा हाथ न धोवे, झूठी नदी नहाया रे ।आया है तो कुछ लेकर जा,कर मालिक आगे हाथ।भजले श्री श्याम।
हे मालिक करतार मेरा,कहता है यह भक्त तेरा। देश सद्बुद्धि सद विचार दे, जन जन में हो प्यार तेरा।☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️ बस यही अरज मंजूर करो, मैं धरू चरण में माथ।भजले श्री श्याम।