गणपति लाल को खिलाय रही पार्वती। खिलाय रही पार्वती, झुलाय रही पार्वती।
नन्हीं नन्हीं अंखियन में झीना झीना कजरा।२।झीना झीना कजरा,झीना झीना कजरा।अंखियन कोर लगाय रही पार्वती।🌹🌹खिलाय रही पार्वती, झुलाय रही पार्वती।
गणपति लाल को खिलाय रही पार्वती। खिलाय रही पार्वती, झुलाय रही पार्वती।
सोने की कटोरी में,चंदन का उबटन।२।चंदन का उबटन,चंदन का उबटन।गंगाजल से नहलाय रही पार्वती।🌹🌹🌹🌹🌹🌹खिलाय रही पार्वती, झुलाय रही पार्वती।
हाथों में कंगना,कमर तगड़िया।२।कमर तगड़िया,कमर तगड़िया।पांव पैजनिया पहनाए रही पार्वती।🌹🌹🌹🌹🌹🌹खिलाय रही पार्वती, झुलाय रही पार्वती।
गणपति लाल को खिलाय रही पार्वती। खिलाय रही पार्वती, झुलाय रही पार्वती।
सोने की कटोरी में किशमिश मेवा। २।किशमिश मेवा,किशमिश मेवा।लड्डुवन प्यार से खिलाए रही पार्वती।🌹🌹🌹🌹खिलाय रही पार्वती, झुलाय रही पार्वती।
गणपति लाल को खिलाय रही पार्वती। खिलाय रही पार्वती, झुलाय रही पार्वती।
फूलों की सेज और कलियों का बिछौना।२।कलियों का बिछौना,कलियों का बिछौना।लोरी गायकर सुलाय रही पार्वती।🌹🌹🌹खिलाय रही पार्वती, झुलाय रही पार्वती।
गणपति लाल को खिलाय रही पार्वती। खिलाय रही पार्वती, झुलाय रही पार्वती।