माई म्हारो सुपनामा,परनेया रे दीनानाथ
Category: मीरा बाई भजन लिरिक्स
मंजीरो सीतार मीरा ऐ लिना हाथ,
अब राणाजी ने कहिजो के गिरधर मारो नाथ,
नजरिया श्याम से लड़ गई, नजरिया श्याम से लड़ गई।
मीरा महलों की रानी दीवानी हो गयी
राणा जी अब न रहूंगी तोर हठ की
आओ म्हारा सांवरा सतावे ओलुडी
मीरा जोवे बाट मेडतनी जोवे बाट, सांवरिया री ओलु आवे रे
मीरा का तो बजे इकतारा,
मुरली बजावे, नंदलाल,
आज्या नंद के दुलारे हो, रोवै अकेली मीरा।
मैं नन्दलाल ना भुलाउंगी,
राणा मारो या छोड़ो,
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