आंधा लूला करणी रा हीना, मत कर जोर जबराई,
Category: विविध भजन
ओर कहीं ना जायें, ओर कहीं ना जायें,
बृज़ रजधानी छोड़ कर, ओर कहीं ना जाये…..
मेरी रंग दे चुनरिया राम रंग में,
राम रंग में सियाराम रंग में,
मेरे अंगना में आए भगवान प्रेम रंग बरस रहा,
कहाँ से आया कहाँ जाओगे
खबर करो अपने तन की
मारा भेरू खजुरिया वाला वो, थाने जातरी बुलावे।
सीता कितनी सुंदर नार रामायण में सुन आई,
कामतानाथ आके ले लो, दुनियां के फल ।।
मोह माया का छोड़ के चक्कर भक्ति में रम जाऊं रे,
भेरुजी प्रकटिया प्रगटिया, नदी गोमती माय,
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