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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Wah to andar se samjha raha hai hame,वह तो अंदर से समझा रहा है हमें,krishna bhajan

वह तो अंदर से समझा रहा है हमें, हम समझना ना चाहे तो वह क्या करें

वह तो अंदर से समझा रहा है हमें, हम समझना ना चाहे तो वह क्या करें।🌺🌺🌺🌺🌺🌺 वह तो कहता है आदत बुरी छोड़ दो। हम बदलना ना चाहे तो वह क्या करें।

जिसके गम के अंधेरे में हम घीर गये। आया झोका हवा का तो हम गिर गए।🌺🌺🌺🌺 हम संभलना ना चाहे तो वह क्या करें।हम बदलना ना चाहे तो वह क्या करें।

वह तो अंदर से समझा रहा है हमें, हम समझना ना चाहे तो वह क्या करें।🌺🌺🌺🌺🌺

कौन कहता कभी हम गिरते नहीं, गिर पड़े तो कभी हम सम्हलते नहीं।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 वह तो खाई में सीढ़ी लगाता रहा, हम निकलना ना चाहे तो वह क्या करें।

वह तो अंदर से समझा रहा है हमें, हम समझना ना चाहे तो वह क्या करें।🌺🌺🌺🌺🌺

जिस्म और जान को खो रहे यूं ही हम। उसने सब कुछ दिया रो रहे फिर भी हम।🌺🌺🌺🌺 वह तो रोते को हंसता हंसाता रहा, हम बहलना ना चाहे तो वह क्या करे।

वह तो अंदर से समझा रहा है हमें, हम समझना ना चाहे तो वह क्या करें।🌺🌺🌺🌺🌺

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