ओ कान्हा कारे रस्ता मेरा छोड़ रे
Tag: krishna Stuti
खुल गए सारे ताले, ओय क्या बात हो गई।
चमक्यो चमक्यो सूरज चमक्यो नंद बाबा के आंगने,कान्हो जनम लियो
में कुर्ता टोपी लाई, यशोदा तेरे लाल का
में पतियां लिख लिख हारी,मैं चिट्ठियां लिख लिख हारी
गायां वाला कानजी,थे मत ना इतराओ
श्री राधे गोविंदा, गोपाला तेरा प्यारा नाम है।
कान्हा कांकरिया मत मार मटकिया, फूट जावेली।
कन्हैया आज तेरी दरकार।२।सांवरिया आज तेरी दरकार
राखी में बांधूंगी मोहन,हाथ तुम्हारे आज
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