आज तो बधाई बाजे, मां के भवन में।ढोल नगाड़े नौबत बाजे, मां के भवन में।
हरे हरे गोबर आंगन लिपाए, मां के भवन में। मोतियांन चौक पुराए री माई,मां के भवन में।आज तो बधाई बाजे, मां के भवन में।🌺🌺🌺ढोल नगाड़े नौबत बाजे, मां के भवन में।
स्वर्ण कलश गंगाजल लाए, मां के भवन में।कंचन थाल छत्तीसों व्यंजन, मां के भवन में।आज तो बधाई बाजे, मां के भवन में।🌺🌺🌺ढोल नगाड़े नौबत बाजे, मां के भवन में।
सती सुहागन मेहंदी पीसे,मां के भवन में।🌺🌺ब्रह्मा विष्णु ध्यान लगावे,मां के भवन में।🌺🌺आज तो बधाई बाजे, मां के भवन में।🌺🌺🌺ढोल नगाड़े नौबत बाजे, मां के भवन में।
कोई शैल महेश उचारे जय जय,मां के भवन में।कोई पांचों पांडव हवन रचाए, मां के भवन में।आज तो बधाई बाजे, मां के भवन में।🌺🌺🌺ढोल नगाड़े नौबत बाजे, मां के भवन में।
कोई अर्जुन योद्धा चंवर ढुलावे,मां के भवन में।कोई नारद शारद करे आरती,मां के भवन में।आज तो बधाई बाजे, मां के भवन में।🌺🌺🌺ढोल नगाड़े नौबत बाजे, मां के भवन में।
वीर लांगुरिया पहरा देवे,मां के भवन में।🌺🌺कोई भक्त न्योछावर होते देखे,मां के भवन में।🌺🌺आज तो बधाई बाजे, मां के भवन में।ढोल नगाड़े नौबत बाजे, मां के भवन में।