कोई कहे जगदंबे, कोई कहे ज्वाला। मैं तो कहूं मा का हर रूप है निराला।
कोई कहे चंडी माता, कोई मनसा काली। मैं तो कहूं मां का हर नाम मतवाला।🌺🌺🌺🌺🌺कोई कहे जगदंबे, कोई कहे ज्वाला। मैं तो कहूं मा का हर रूप है निराला।
कोई कहे कालका तो कोई कालरात्रि। मैं तो कहूं मा ने हर,संकट है टाला।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कोई कहे जगदंबे, कोई कहे ज्वाला। मैं तो कहूं मा का हर रूप है निराला।
कोई कहे सीतला तो कोई कहे शारदे। मैं तो कहूं नाम मां का सुख देने वाला।🌺🌺🌺🌺🌺🌺कोई कहे जगदंबे, कोई कहे ज्वाला। मैं तो कहूं मा का हर रूप है निराला।
कोई कहे शाकंभरी कोई महाकाली। में तो कहूं मां का हर,जलवा निराला।🌺🌺🌺🌺🌺🌺कोई कहे जगदंबे, कोई कहे ज्वाला। मैं तो कहूं मा का हर रूप है निराला।