आओ जी आओ घर का, देव मनावा।
Tag: Guru bhajan गुरु भजन लिरिक्स
हे मात पिता गुरुवर मेरे, चरणों में शीश नवाता हूं।
गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना।
जय जय पितर जी महाराज मैं शरण पडयो हूं थारी। ☀️
मात पिता गुरु प्रभु चरणों में, प्रणवत बारंबार।
दिन पर गुरुदेव कृपा कीजिए। ज्ञान दे अज्ञान को हर लीजिए।
सुपर फास्ट हनुमान चालीसा
गोविंद जय जय गोपाल जय जय
वैशाख कृष्ण एकादशी, बरुथिनी एकादशी