तर्ज,बाबुल की दुवाएं लेती जा
हे मात पिता गुरुवर मेरे, चरणों में शीश नवाता हूं। वंदन मेरा स्वीकार करें मैं, श्रद्धा सुमन चढ़ाता हूं।
मिला मात पिता से यह जीवन, ममता भी मिली और प्यार मिला। श्री श्याम शरण में आया मैं, मुझको ऐसा संस्कार मिला।🌹🌹 मुझे आपका आशीर्वाद मिला, मैं भजन श्याम के गाता हूं।वंदन मेरा स्वीकार करें मैं, श्रद्धा सुमन चढ़ाता हूं।
गुरुदेव दया के सागर हैं, वह प्रेम की गागर भरते हैं।वह हरदम साथ में है मेरे, मेरी पल पल रक्षा करते हैं।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 जब कोई उलझन होती है, मैं गुरु का ध्यान लगाता हूं।वंदन मेरा स्वीकार करें मैं, श्रद्धा सुमन चढ़ाता हूं।
एहसान बहुत है इस दिल में, गुरुजन की मिली शीतल छाया। मेरी सब गलती को क्षमा करें, कुछ भी सेवा ना कर पाया।🌹🌹🌹🌹🌹 जो याद सुहानी है दिल में, उन यादों को दोहराता हूं।वंदन मेरा स्वीकार करें मैं, श्रद्धा सुमन चढ़ाता हूं।
बस कृपा आपकी बनी रहे, मुझको मंजिल मिल जाएगी। अब तक तो निभती आई है, मेरी आगे भी नीभ जाएगी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹 बिन्नू यह आस नहीं टूटे, मैं आश का दीप जलाता हूं।वंदन मेरा स्वीकार करें मैं, श्रद्धा सुमन चढ़ाता हूं।
One reply on “Guruji bhajan,he maat pita guruvar mere, है मात पिता गुरुवर मेरे”
जै गुरु जी
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