मां लाल चुनरिया में लगती निराली है। बड़ी सज धज के बैठी मां शेरावाली है।मां लाल चुनरिया में लगती निराली है। मां लाल चुनरिया में लगती बड़ी प्यारी है।
ऊंचा भवन मां का लगता निराला है। जो यहां पर आता बड़ा किस्मत वाला है।🌺🌺🌺🌺 दर मां के सब जाए बनके सवाली है।मां लाल चुनरिया में लगती निराली है।
मां लाल चुनरिया में लगती निराली है। बड़ी सज धज के बैठी मां शेरावाली है।मां लाल चुनरिया में लगती निराली है। मां लाल चुनरिया में लगती बड़ी प्यारी है।
मां आपके मंदिर का सुंदर बड़ा द्वारा है । यहां स्वर्ग सा लगता हर पल नजारा है। 🌺🌺🌺🌺यहां वैष्णो मां लक्ष्मी, सरस्वती मां काली है। मां लाल चुनरिया में लगती निराली है।
मां लाल चुनरिया में लगती निराली है। बड़ी सज धज के बैठी मां शेरावाली है।मां लाल चुनरिया में लगती निराली है। मां लाल चुनरिया में लगती बड़ी प्यारी है।
तुम भेज संदेशा मां सबको बुलाती हो। अपने सब बच्चों की तुम बिगड़ी बनाती हो।🌺🌺🌺 कोई आपके दर से मां लौटा ना खाली है।मां लाल चुनरिया में लगती निराली है।
मां लाल चुनरिया में लगती निराली है। बड़ी सज धज के बैठी मां शेरावाली है।मां लाल चुनरिया में लगती निराली है। मां लाल चुनरिया में लगती बड़ी प्यारी है।
पग पग मैया गूंजे यहां जय जय कारे हैं। सुंदर-सुंदर पर्वत रिमझिम फुहारे है।🌺🌺🌺 अपने भक्तों की विपदा मां ने सदा ही टाली है।मां लाल चुनरिया में लगती निराली है।
मां लाल चुनरिया में लगती निराली है। बड़ी सज धज के बैठी मां शेरावाली है।मां लाल चुनरिया में लगती निराली है। मां लाल चुनरिया में लगती बड़ी प्यारी है।