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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Ajab anokha karke sringar,hokar nandi par wo sawar,अजब अनोखा करके श्रृंगार, होकर नंदी पर वो सवार,shiv bhajan

अजब अनोखा करके श्रृंगार, होकर नंदी पर वो सवार,

तर्ज,आने से उसके आए बहार

अजब अनोखा करके श्रृंगार, होकर नंदी पर वो सवार,🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
गौरा बिहाने आए है भोलेनाथ जी, गौरा बिहाने आए हैं भोलेनाथ जी।।

देवगण बाराती, ब्रम्हा विष्णु भी है साथ आए,
देवियाँ भी मिलकर, शोभा बारात की सब बढ़ाए,🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
ऋषि मुनियों संग नारद, महिमा गाते है,
भोलेनाथ की, गौरा बिहाने आए हैं भोलेनाथ जी।।

शुक्र और शनिचर, अपनी लीला अलग ही दिखाए,🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
भुत प्रेत और चुड़ेले, देखो हुडदंग कैसा मचाए,
कोई नाचे कोई कूदे, कोई दिखलाता है,
लम्बे दांत जी, गौरा बिहाने आए हैं भोलेनाथ जी।।

चली बारात शिव की, आई राजा हिमाचल के द्वारे,🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
भागे है लोग डरकर, बंद कर ली है घर की किवाड़े,🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
नगरी में शोर हुआ, घर घर चर्चा है,
बारात का, गौरा बिहाने आए हैं भोलेनाथ जी।।

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